बिगड़ेगा रसोई का बजट! दिवाली तक महंगा होने वाला है सरसों का तेल, 30 रु. बढ़ सकते हैं दाम
1 अक्टूबर से सरसों तेल में ब्लेंडिंग पर प्रतिबंध (Blending Ban) के चलते भी कीमतों में इजाफा होना तय है. ऐसे में त्योहार पर इस्तेमाल होने वाले सरसों के तेल से रसोई का बजट बढ़ सकता है.
अक्टूबर अंत या नवंबर की शुरुआत में सरसों के तेल की कीमतों में तेजी आ सकती है. (प्रतीकात्मक)
अक्टूबर अंत या नवंबर की शुरुआत में सरसों के तेल की कीमतों में तेजी आ सकती है. (प्रतीकात्मक)
त्योहारी सीजन में रसोई का बजट बिगड़ सकता है. दशहरे और दिवाली के आते ही घर का बजट वैसे ही थोड़ा बढ़ता है, लेकिन अब रसोई में इस्तेमाल होने वाली सरसों तेल के दाम (Mustard Oil Price) भी आसमान छूने को हैं. दरअसल, पाम ऑयल पर लगी पाबंदियों (Palm Oil Ban) के बाद से ही सरसों तेल के दाम में भी इजाफा देखने को मिला है. इसके बाद कोरोना वायरस के चलते लगे लॉकडाउन में सप्लाई कम होने से भी कीमतों पर असर पड़ा.
1 अक्टूबर से सरसों तेल में ब्लेंडिंग पर प्रतिबंध (Blending Ban) के चलते भी कीमतों में इजाफा होना तय है. अगर ऐसा हुआ तो दशहरे-दिवाली के आसपास सरसों तेल के दाम में मौजूदा भाव से 30 रुपए तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. ऐसे में त्योहार पर इस्तेमाल होने वाले सरसों के तेल से रसोई का बजट बढ़ सकता है.
शुद्ध मिलेगा तेल पर कीमतें बिगाड़ेंगी खेल
1 अक्टूबर से लागू हुए नए नियम के बाद सरसों तेल में ब्लेंडिंग तो रुक जाएगी. साथ ही उपभोक्ताओं को भी इसका फायदा मिलेगा. लेकिन, कीमतें बढ़ने से बजट में भी इजाफा करना पड़ेगा. त्योहारी सीजन के खत्म होते ही शादियों का सीजन शुरू होने वाला है. ऐसे में कंज्यूमर को भले ही सरसों का शुद्ध तेल मिलेगा. लेकिन बढ़ती कीमतें उनका खेल बिगाड़ सकती हैं. कारोबारियों की मानें तो अक्टूबर अंत या नवंबर की शुरुआत में सरसों के तेल की कीमतों में तेजी आ सकती है.
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खुदरा कीमतों में तेजी आएगी
नवीन मंडी के थोक कारोबारी कमल नयन बिंदल के मुताबिक, जनवरी 2020 के बाद से दाम में तेजी आ रही है. पाम ऑयल पर लगे बैन और लॉकडाउन के चलते सरसों तेल के थोक दाम 120 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गए थे. साथ ही सप्लाई कम होने के चलते भी इसमें इजाफा हुआ है. रिटेल कारोबारी पीयूष जैन के मुताबिक, सरसों तेल का मौजूदा भाव इस वक्त 150 रुपए प्रति लीटर के आसपास है. लॉकडाउन से पहले यह 105 रुपए प्रति लीटर तक बिका था. लेकिन, पाबंदियों के चलते इसमें और तेजी की संभावना है.
कम हुआ है सरसों का उत्पादन
जैन के मुताबिक, अगले दो-तीन महीने तक सरसों तेल के दाम में तेजी जारी रह सकती है. नई सरसों आने से कीमत घटने की उम्मीद थी, लेकिन सरसों का उत्पादन इस साल कम हुआ है. साथ FSSAI ने सरसों तेल में ब्लेंडिंग पर रोक लगा दी. इन दोनों वजह से तेल के दाम में अब तेजी है. आने वाले दिनों में तेल का दाम 30 रुपए प्रति लीटर तक बढ़ सकता है.
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ब्लेंडिंग का कितना असर?
एक्सपर्ट्स की मानें तो सरसों के तेल में होने वाली ब्लेंडिंग से काफी फर्क पड़ता था. दरअसल, एक तय मात्रा में सरसों तेल में दूसरे तेलों की मिलावट की जाती थी. इसे ही ब्लेंडिंग कहते हैं. अभी तक सरसों के तेल में 20 फीसदी तक ब्लेंडिंग होती थी. केंद्र सरकार के ब्लेंडिंग पर बैन के फैसले से यह नहीं होगी. सरकार का मानना है कि मिलावट नहीं होने से सरसों की खपत बढ़ेगी. साथ ही मिलावट से छुटकारा मिलेगा. प्योर सरसों का तेल होने से कीमतों में थोड़ा इजाफा होना तय है.
12:54 PM IST